. What is UGC new Rules for Students and University : Discussion for Solution
इस बार के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है, यदि student यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उन्हें दो पेपर पास करना अनिवार्य होगा। एक पेपर में Math, Reasonings, Current Affairs, दूसरा पेपर उनके subject से सम्बंधित होगा।
ऐसे बहुत से स्टूडेंट्स है जिनके math ठीक न होने से art का रुख करते हैं, तो क्या उनके साथ अन्याय नहीं होगा, वो यूनिवर्सिटीज के ख्वाब नहीं देख सकते। दो से तीन सब्जेक्ट लेकर पढ़ना पड़ता है। प्रत्येक स्टूडेंट्स हर सब्जेक्ट में माहिर नहीं होता,जैसा कि आप भी जानते हैं। up बोर्ड से आने वाले अधिकांश स्टूडेंट के एडुकेशन का pattrn क्या है?, क्या पढ़ाया जाता है आपको भी मालूम होना चाहिये। किसी भी स्टूडेंट्स का बेस क्लास 4 से 8 तक का सही नहीं है तो आगे उसे विज्ञान के फिज़िक्स वाले सवाल से, केमेस्ट्री के फॉर्मूला से डर लगता है। math तो दूर की बात है। यह भी हक़ीक़त कि स्टूडेंट्स के ड्रॉपआउट का कारण भी बनता है। मैं यूँही नहीं लिख रहा। ऐसे सवाल मैने UP 1200+ स्टूडेंट्स से पूछा जिनके मन में पढ़ाई को लेकर भय पैदा रहता है। इनमें(चंदौली, गाज़ीपुर, वाराणसी, भदौही, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, बदायूँ, मथुरा, ALLAHABAD, जौनपुर, सुल्तानपुर, बलिया के स्टूडेंट शामिल हैं) स्टूडेंट के बेस पर ध्यान नहीं दिया जाता। सरकारी स्कूलों की खस्ताहाल व्यवस्था पर सवाल उठा नहीं सकते। तो क्या यह एक @बोगस पैटर्न नहीं। स्टूडेंट्स के साथ अन्याय नहीं???
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