आज़ाद नज़्म on June 10, 2022 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps तुम समंदर भी ना बने एक दरिया भी ना बने किसी के राज की हमराज भी न बनेंतुम किसी सहरा के पौधे भी न बने,फिर क्या बने,अच्छे इंसान भी न बनेराज अफशां करने वाले मुखबिर जो बने,तुम मोहब्बत की मिनार भी न बने Comments
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